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भारत में आभूषण पुनर्चक्रण में वृद्धि: समकालीन डिज़ाइन में पारंपरिक गहनों का रूपांतरण

16:25, 28 जुलाई

द्वारा संपादित: Екатерина С.

भारत में पारंपरिक आभूषणों को समकालीन डिज़ाइनों में बदलने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जिससे पुराने गहनों को नया रूप मिल रहा है।

उच्च सोने की कीमतों के कारण, उपभोक्ता पुराने गहनों को नए डिज़ाइनों में बदलने के लिए पुनर्चक्रण की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

यह प्रक्रिया न केवल भावनात्मक मूल्य को बनाए रखती है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है, क्योंकि यह कीमती धातुओं के पुन: उपयोग को बढ़ावा देती है।

पारंपरिक आभूषणों को समकालीन डिज़ाइनों में बदलने की यह प्रवृत्ति भारत में बढ़ रही है, जिससे पुराने गहनों को नया रूप मिल रहा है।

यह प्रक्रिया न केवल भावनात्मक मूल्य को बनाए रखती है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है, क्योंकि यह कीमती धातुओं के पुन: उपयोग को बढ़ावा देती है।

इस प्रकार, पारंपरिक आभूषणों को समकालीन डिज़ाइनों में बदलने की यह प्रवृत्ति भारत में बढ़ रही है, जिससे पुराने गहनों को नया रूप मिल रहा है।

स्रोतों

  • Diario Siglo XXI

  • Recicla tus joyas antiguas

  • La Federación Española de Bancos de Alimentos entrega a Ecoembes la Espiga de Oro 2024 por su colaboración a través de RECICLOS

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