रूस ने 25 जुलाई, 2025 को वोस्टोचनी कोस्मोड्रोम से सोयुज 2.1बी रॉकेट के माध्यम से आयनोस्फेरा-एम 3 और 4 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। इस मिशन में ईरान का नाहिद-2 संचार उपग्रह भी शामिल था, जो रूस और ईरान के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाता है।
आयनोस्फेरा-एम उपग्रहों का उद्देश्य पृथ्वी के आयनोस्फीयर की निगरानी करना है, जो पृथ्वी के वायुमंडल की एक परत है। ये उपग्रह सौर और भू-चुंबकीय गतिविधियों के प्रभावों का अध्ययन करेंगे, जिससे अंतरिक्ष मौसम के पूर्वानुमान में सुधार होगा और तकनीकी प्रणालियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
यह प्रक्षेपण रूस और ईरान के बीच रणनीतिक साझेदारी को भी रेखांकित करता है, जो जनवरी में हस्ताक्षरित एक समझौते से मजबूत हुई है।