पृथ्वी की घूर्णन गति में हाल के वर्षों में वृद्धि देखी गई है, जिससे दिन की अवधि में सूक्ष्म परिवर्तन हो रहे हैं। यह परिवर्तन समय माप प्रणालियों पर प्रभाव डाल सकता है, विशेषकर समन्वित सार्वभौमिक समय (UTC) पर।
वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी की घूर्णन गति में यह वृद्धि जलवायु परिवर्तन के कारण ध्रुवीय बर्फ की चादरों के पिघलने से हो रही है। पिघलते हुए बर्फ के पानी का भूमध्य रेखा की ओर प्रवाह पृथ्वी के जड़त्व आघूर्ण को बढ़ाता है, जिससे घूर्णन गति में वृद्धि होती है।
इस घूर्णन गति में वृद्धि के कारण, समय माप प्रणालियों में समन्वय बनाए रखने के लिए लीप सेकंड की आवश्यकता में कमी आ सकती है। हालांकि, यह परिवर्तन अत्यंत सूक्ष्म है और दैनिक जीवन में तुरंत ध्यान देने योग्य नहीं है।
वैज्ञानिक समुदाय इस परिवर्तन की बारीकी से निगरानी कर रहा है, ताकि समय माप प्रणालियों में आवश्यक समायोजन किए जा सकें और तकनीकी प्रणालियों पर इसके प्रभाव को न्यूनतम किया जा सके।