कोलोराडो विश्वविद्यालय डेनवर के शोधकर्ताओं ने एक सिलिकॉन-आधारित चिप विकसित की है जो अत्यधिक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करने में सक्षम है। यह तकनीक पहले केवल विशाल सुविधाओं में संभव थी, लेकिन अब इसे एक छोटे उपकरण में संकुचित किया गया है।
इस चिप की डिज़ाइन और परीक्षण सीयू डेनवर और एसएलएसी नेशनल एक्सीलरेटर लेबोरेटरी में आयोजित किए गए थे, जो एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह तकनीक वैज्ञानिक खोज में क्रांति ला सकती है। उत्पन्न क्षेत्र उन्नत इमेजिंग प्रौद्योगिकियों को सक्षम कर सकते हैं, जैसे कि गामा-रे लेजर, जो परमाणु स्तर पर ऊतक की इमेजिंग करने में सक्षम हैं। इसके अलावा, यह तकनीक नैनोस्केल पर लक्षित कैंसर थेरेपी विकसित करने का वादा करती है, जो चिकित्सा उपचार में अभूतपूर्व सटीकता प्रदान करती है।
टीम एसएलएसी नेशनल एक्सीलरेटर लेबोरेटरी में सिलिकॉन-चिप सामग्री और लेजर तकनीक को परिष्कृत कर रही है। यह तकनीक वैज्ञानिक अनुसंधान और चिकित्सा निदान में क्रांति लाने की क्षमता रखती है, जो इस खोज के संभावित प्रभाव को और बढ़ाती है।