नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) के भारतीय वैज्ञानिकों ने एक सुपर-फास्ट चार्जिंग सोडियम-आयन बैटरी (SIB) विकसित की है। 19 मई को घोषित, यह नवाचार ऊर्जा भंडारण में क्रांति ला सकता है।
यह सोडियम-आधारित बैटरी सिर्फ छह मिनट में 80% तक चार्ज हो सकती है और 3,000 से अधिक चार्ज चक्रों तक चलती है। यह 'NASICON-प्रकार' कैथोड और एनोड सामग्री का उपयोग करता है। यह सफलता भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत मिशन का समर्थन करती है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा भंडारण में आत्मनिर्भरता है।
प्रोफेसर प्रेमकुमार सेनगुट्टुवन और पीएचडी विद्वान बिप्लब पात्रा ने टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने एक उपन्यास एनोड सामग्री तैयार की, कणों को नैनोस्केल तक सिकोड़ दिया और उन्हें कार्बन कोट में लपेट दिया। थोड़ी मात्रा में एल्यूमीनियम मिलाने से एनोड में और सुधार हुआ, जिससे सोडियम-आयन की गति तेज और सुरक्षित हो गई।
ये सोडियम-आयन बैटरी लिथियम-आयन बैटरी का एक किफायती विकल्प प्रदान करती हैं। वे इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर ग्रिडों, ड्रोन और ग्रामीण घरों को बिजली दे सकते हैं। इससे स्वच्छ ऊर्जा विश्व स्तर पर अधिक सुलभ हो जाती है।
प्रौद्योगिकी का कड़ाई से परीक्षण और सत्यापन किया गया है। यह तेजी से चार्जिंग का समर्थन करता है और आग और गिरावट के जोखिमों से बचाता है। हालांकि आगे के विकास की आवश्यकता है, लेकिन यह खोज बैटरी प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।