सर्न के एलएचसीबी प्रयोग ने बेरियन क्षय में चार्ज-पैरिटी (सीपी) उल्लंघन की पहली पुष्टि की है, जो ब्रह्मांड में पदार्थ-प्रतिपदार्थ असंतुलन को समझने में महत्वपूर्ण कदम है।
सीपी उल्लंघन तब होता है जब पदार्थ और प्रतिपदार्थ के व्यवहार में अंतर पाया जाता है, जिससे ब्रह्मांड में पदार्थ की प्रचुरता को समझने में मदद मिलती है। अब तक, सीपी उल्लंघन केवल मेसोन (दो क्वार्कों से बने कण) में देखा गया था, लेकिन अब यह बेरियन (तीन क्वार्कों से बने कण) में भी देखा गया है।
एलएचसीबी प्रयोग ने लांब्डा-ब्यूटी बेरियन के क्षय में सीपी उल्लंघन का पता लगाया, जो प्रोटॉन, काॉन और दो पायन कणों में बदलता है। इस खोज से यह सिद्ध हुआ कि बेरियन और उनके प्रतिपदार्थों के क्षय दरों में अंतर होता है, जो सीपी उल्लंघन का संकेत देता है।
यह खोज मानक मॉडल के भीतर सीपी उल्लंघन के अस्तित्व की पुष्टि करती है और भविष्य में नए भौतिक सिद्धांतों की खोज के लिए मार्ग प्रशस्त करती है।