यूसीएलए (UCLA) के शोधकर्ताओं ने स्टेम कोशिकाओं से लघु फेफड़े बनाने में सफलता पाई है, जो कार्यात्मक रक्त वाहिका नेटवर्क से परिपूर्ण हैं। *सेल* जर्नल में प्रकाशित यह सफलता, पहली बार है जब वैज्ञानिकों ने एकीकृत संवहनी प्रणालियों के साथ फेफड़े के ऑर्गेनोइड विकसित किए हैं जो मानव फेफड़ों के विकास के समान हैं।
नई विधि फेफड़ों के ऊतकों और रक्त वाहिकाओं को शुरू से ही एक साथ बढ़ने की अनुमति देती है, जिससे अधिक कोशिका विविधता और बेहतर संरचना वाले मिनी-अंग बनते हैं। ये मॉडल बीमारियों का अध्ययन करने, दवाओं का परीक्षण करने और व्यक्तिगत उपचार विकसित करने के लिए अभूतपूर्व उपकरण प्रदान करते हैं। इससे भारत में फेफड़ों की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए बेहतर इलाज की उम्मीद जगेगी।
शोधकर्ताओं की योजना है कि वे अधिक परिपक्व मानव फेफड़े बनाने के लिए यांत्रिक खिंचाव और हवा के संपर्क को शामिल करें। उनका लक्ष्य दवा विकास और परीक्षण के लिए उत्पादन को बढ़ाना भी है, जिससे पशु मॉडल पर निर्भरता कम हो और अधिक प्रभावी उपचार का मार्ग प्रशस्त हो। यह खोज, आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा के समन्वय से भारत में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।