ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य के स्नोवी नदी घाटी में स्थित न्यू गिनी II गुफा में प्राचीन उंगली के निशान मिले हैं, जो रॉक कला की पारंपरिक सीमाओं को चुनौती देते हैं। ये निशान, जिन्हें "फिंगर फ्लूटिंग" के रूप में जाना जाता है, गुफा की नरम सतहों पर मानव उंगलियों द्वारा छोड़ी गई रेखाएं हैं।
इन निशानों की खोज के लिए उच्च-रिज़ॉल्यूशन फोटोग्रामेट्रिक तकनीकों का उपयोग किया गया, जिससे गुफा के अंदर के इन निशानों का विस्तृत त्रि-आयामी कैप्चर संभव हुआ। यह तकनीक पहले कभी नहीं उपयोग की गई थी, और इसके माध्यम से इन निशानों का अध्ययन किया गया।
गुफा के अंदर के कुछ क्षेत्रों में छोटे कैल्साइट क्रिस्टल पाए गए हैं, जो मंद कृत्रिम प्रकाश में चमकते हैं। यह पाया गया कि उंगलियों के निशान विशेष रूप से इन क्रिस्टल-युक्त दीवारों पर पाए जाते हैं, जो यह सुझाव देते हैं कि ये निशान जानबूझकर इन क्रिस्टल की "शक्ति को छूने" के लिए बनाए गए थे।
हालांकि "फिंगर फ्लूटिंग" को यूरोप की कई गुफाओं में प्रलेखित किया गया है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उनकी उपस्थिति दुर्लभ है। न्यू गिनी II गुफा में पहले से ही मानव कब्जे के स्तर की पहचान की गई थी, जो कम से कम 25,000 साल पहले की थी। वर्तमान शोध में मिट्टी के सूक्ष्म आकारिकी विश्लेषण और तलछटी डीएनए निष्कर्षण शामिल हैं, ताकि सूक्ष्म अवशेषों की खोज की जा सके जो अप्रत्यक्ष रूप से मानव इशारों को दिनांकित कर सकें जिन्होंने इन निशानों को बनाया था।
यह खोज हमें अपने पूर्वजों के साथ एक गहरे संबंध की याद दिलाती है और हमें अपनी साझा मानवता पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करती है।