हाल के शोधों ने *होमो सेपियन्स*, निएंडरथल और डेनिसोवन्स के बीच जटिल संबंधों को उजागर किया है, जो हमारे विकासात्मक इतिहास को नया दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि *होमो सेपियन्स* और निएंडरथल के बीच कई बार आनुवंशिक आदान-प्रदान हुआ, जिससे निएंडरथल के जीनोम में *होमो सेपियन्स* के डीएनए का योगदान हुआ। यह आदान-प्रदान लगभग 45,000 से 50,000 वर्ष पहले हुआ था, जो पहले के अनुमानों से अधिक हालिया है।
इसके अलावा, डेनिसोवन्स, जो निएंडरथल और *होमो सेपियन्स* के करीबी रिश्तेदार थे, ने भी *होमो सेपियन्स* के साथ आनुवंशिक आदान-प्रदान किया। यह आदान-प्रदान विशेष रूप से एशिया और ओशिनिया के कुछ आबादी में देखा गया है, जहां डेनिसोवन डीएनए का योगदान पाया गया है।
इन शोधों से यह स्पष्ट होता है कि प्राचीन मानव समूहों के बीच लगातार संपर्क और आनुवंशिक आदान-प्रदान हुआ, जिससे आधुनिक मानवों के जीनोम में विविधता आई। यह हमारी विकासात्मक कहानी को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह दर्शाता है कि मानव इतिहास एक जटिल और परस्पर जुड़ी हुई प्रक्रिया है।