न्यू होराइजन्स ने तारकीय लंबन का उपयोग करके अंतरतारकीय नेविगेशन तकनीक का प्रदर्शन किया

न्यू होराइजन्स अंतरिक्ष यान ने सफलतापूर्वक एक नई अंतरतारकीय नेविगेशन विधि का प्रदर्शन किया है। अंतर्राष्ट्रीय खगोलविदों की एक टीम के सहयोग से इस मिशन ने प्रॉक्सिमा सेंटॉरी और वुल्फ 359 की स्थिति का अवलोकन किया।

ये तारे, जो क्रमशः 4.2 और 7.86 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित हैं, न्यू होराइजन्स से देखे गए, जिससे उनकी स्पष्ट स्थिति में बदलाव आया, जिसे तारकीय लंबन के रूप में जाना जाता है। प्रयोग ने लगभग 66 लाख किलोमीटर की सटीकता के साथ अंतरिक्ष यान की स्थिति निर्धारित की।

यह प्रदर्शन तारकीय लंबन के व्यावहारिक अनुप्रयोग और भविष्य के अंतरतारकीय नेविगेशन के लिए इसकी क्षमता को उजागर करता है। न्यू होराइजन्स, प्लूटो और शेरोन का पहले ही पता लगा चुका है, हेलियोस्फीयर का अध्ययन करने और अंततः अंतरतारकीय अंतरिक्ष में प्रवेश करने के लिए अपने विस्तारित मिशन को जारी रखता है। यह खोज, भारत के प्राचीन खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति समर्पण की याद दिलाती है, जो भविष्य में हमारे वैज्ञानिकों को प्रेरित करेगी।

स्रोतों

  • IT News zu den Themen Künstliche Intelligenz, Roboter und Maschinelles Lernen - IT BOLTWISE® x Artificial Intelligence

  • New Horizons conducts first successful deep space stellar navigation test

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