खगोलविदों ने एक्सोप्लैनेट के निर्माण और वायुमंडलीय संरचना के संबंध में एक महत्वपूर्ण खोज की है। कीलन होच के नेतृत्व में एक टीम ने YSES-1 प्रणाली के भीतर दो युवा एक्सोप्लैनेट का अध्ययन किया।
शोध से पता चला है कि एक एक्सोप्लैनेट के वायुमंडल में सिलिकेट बादल हैं, जबकि दूसरे में एक सरकमप्लैनेटरी डिस्क है। माना जाता है कि यह डिस्क चंद्रमा निर्माण के लिए सामग्री की आपूर्ति करती है।
ये निष्कर्ष ग्रह विकास के शुरुआती चरणों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। अध्ययन में इन विशाल एक्सोप्लैनेट के स्पेक्ट्रा को मापना शामिल था, जो बृहस्पति से कई गुना बड़े हैं।
YSES 1-c के मध्य-अवरक्त स्पेक्ट्रम में रेत जैसी कणों से बने सिलिकेट बादलों की उपस्थिति का पता चला था। यह आज तक एक एक्सोप्लैनेट में देखी गई सबसे मजबूत सिलिकेट अवशोषण विशेषता है।
ये अवलोकन बादलों की रासायनिक संरचना और कणों के आकार के बारे में सुराग प्रदान करते हैं। वे वैज्ञानिकों को यह समझने में भी मदद करते हैं कि हमारे अपने ग्रह समय के साथ कैसे विकसित हुए हैं।