श्रेणी 5 के हरिकेन 'एरीन' के अवशेष पश्चिमी यूरोप के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं, जिससे तूफानी हवाएं और भारी बारिश हो रही है। यह घटना जलवायु परिवर्तन के कारण अटलांटिक महासागर के बढ़ते तापमान से जुड़ी है, जिससे तीव्र तूफानों की आवृत्ति बढ़ रही है। हालांकि एरीन के महाद्वीप तक पहुंचने से पहले कमजोर पड़ने की उम्मीद है, लेकिन इसके प्रभाव पहले से ही यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, फ्रांस और स्पेन में महसूस किए जा रहे हैं।
लंदन में 26 अगस्त, 2025 को 26 डिग्री सेल्सियस के उच्च तापमान के साथ छिटपुट बारिश की उम्मीद है। पेरिस में भी इसी दिन 26 डिग्री सेल्सियस के उच्च तापमान के साथ अधिकतर बादल छाए रहने की संभावना है। मैड्रिड में 27 अगस्त, 2025 को तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के साथ बादल छाए रहने और धूप निकलने का मिला-जुला मौसम रहेगा। ये स्थितियाँ हरिकेन के गुजरने के व्यापक प्रभाव को दर्शाती हैं, जो वर्तमान मौसम प्रणालियों की गतिशील प्रकृति पर प्रकाश डालती हैं।
वैज्ञानिकों ने अटलांटिक में हरिकेन के तेजी से तीव्र होने की प्रवृत्ति को जलवायु परिवर्तन से जोड़ा है। 2019 से 2023 के बीच अटलांटिक हरिकेन की तीव्रता में वृद्धि देखी गई है, जिसमें कई तूफान अपनी अपेक्षित शक्ति से एक श्रेणी ऊपर तक पहुँच गए। यह प्रवृत्ति महासागरों के बढ़ते तापमान का परिणाम है, जो तूफानों को अधिक ऊर्जा प्रदान करता है। 2025 के अटलांटिक हरिकेन सीज़न के लिए NOAA ने सामान्य से अधिक सक्रिय सीज़न की भविष्यवाणी की है, जो गर्म समुद्री सतह के तापमान और अन्य कारकों से प्रेरित है।
यूरोप के लिए, एरीन के अवशेषों का प्रभाव मौसम के मिजाज में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। जबकि यह सीधे तौर पर एक हरिकेन के रूप में तट से नहीं टकराएगा, इसके कारण होने वाली वर्षा और हवाएं स्थानीय मौसम प्रणालियों को प्रभावित करेंगी। यह स्थिति हमें याद दिलाती है कि कैसे वैश्विक मौसम पैटर्न आपस में जुड़े हुए हैं और कैसे जलवायु परिवर्तन इन पैटर्नों को अप्रत्याशित तरीकों से बदल सकता है। इन घटनाओं को समझने से हमें भविष्य के लिए बेहतर तैयारी करने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।