मंगलवार, 19 अगस्त, 2025 को कराची में हुई मूसलाधार मानसून की बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया है, जिससे निचले इलाकों में व्यापक बाढ़ आ गई है। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने अगले 48 घंटों के लिए शहरी बाढ़ की चेतावनी जारी की है, जो शहर के लिए महत्वपूर्ण समय है। सुबह से हो रही भारी वर्षा ने प्रमुख सड़कों को जलमग्न कर दिया है, जिससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। लैंडही, मालिर और क्वैदाबाद जैसे क्षेत्रों से घरों में पानी घुसने की खबरें आ रही हैं, जिससे निवासियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहा एक निम्न दबाव क्षेत्र, जो वर्तमान में ओडिशा के पास स्थित है, अगले 24-36 घंटों में भारतीय गुजरात की ओर बढ़ेगा। यह प्रणाली 23 अगस्त तक सिंध प्रांत, जिसमें कराची भी शामिल है, के मौसम को प्रभावित करती रहेगी। इस प्रणाली के कारण मध्यम से भारी वर्षा की उम्मीद है, जो शहर की अपर्याप्त जल निकासी व्यवस्था और चल रहे बुनियादी ढांचे के कार्यों के कारण शहरी बाढ़ के जोखिम को और बढ़ाएगी। कराची, पाकिस्तान का आर्थिक केंद्र होने के नाते, हर साल मानसून के दौरान जलभराव और बाढ़ की समस्या से जूझता है। अपर्याप्त जल निकासी प्रणाली और शहरी नियोजन की कमी इस स्थिति को और गंभीर बना देती है। 2022 की विनाशकारी बारिशों की यादें अभी भी ताजा हैं, जब शहर की बुनियादी ढांचा व्यवस्था चरमरा गई थी और बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, कराची के मेयर ने बारिश की आपातकाल की घोषणा की है और आवश्यक सेवाओं के विभागों के लिए सभी प्रकार की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। सिंध के मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रहने और जल निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि नागरिकों को राहत मिल सके। शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल होने की भी सूचना मिली है। इन चुनौतियों का सामना करते हुए, समुदाय की एकजुटता और प्रभावी योजनाएं भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटने की हमारी क्षमता को बढ़ा सकती हैं।