रूस के कामचटका प्रायद्वीप में 30 जुलाई, 2025 को एक शक्तिशाली 8.8-तीव्रता का भूकंप आया, जिससे क्षेत्र में भूस्खलन, बाढ़ और बिजली की आपूर्ति में व्यवधान हुआ। हालांकि, इस घटना में कोई बड़ी संरचनात्मक क्षति या मौतें नहीं हुईं।
भूकंप के बाद, क्षेत्र में कई आफ्टरशॉक्स दर्ज किए गए, जिनमें से कुछ की तीव्रता 7.5 तक थी। अधिकारियों ने इन आफ्टरशॉक्स के कारण संभावित सुनामी की चेतावनी जारी की, विशेषकर अवाचा खाड़ी के तटीय क्षेत्रों के लिए।
कामचटका में ज्वालामुखी गतिविधि भी बढ़ी है। क्लीचेव्स्काया सोपका, जो यूरोप और एशिया की सबसे ऊंची सक्रिय ज्वालामुखी है, ने भूकंप के तुरंत बाद विस्फोट किया। वैज्ञानिकों ने इस विस्फोट को भूकंप के कारण उत्पन्न होने वाली ज्वालामुखीय गतिविधि के रूप में पहचाना।
अधिकारियों ने निवासियों और पर्यटकों से अवाचा खाड़ी और तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही, उन्होंने सुनामी की चेतावनियों के दौरान तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है।
कामचटका क्षेत्र में भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधि की निगरानी के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान महत्वपूर्ण है। यह शोध अधिकारियों को संभावित खतरों की भविष्यवाणी करने और जोखिमों को कम करने में मदद करता है।
अधिकारियों, वैज्ञानिकों, पर्यटन ऑपरेटरों और स्थानीय समुदायों को मिलकर काम करना चाहिए ताकि ज्वालामुखी गतिविधि से जुड़े जोखिमों को कम किया जा सके और क्षेत्र के आर्थिक और पर्यावरणीय लाभों को अधिकतम किया जा सके।