19 अगस्त 2025 को गुजरात के जूनागढ़ जिले में अत्यधिक भारी वर्षा के कारण गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। कई तालुकाओं में 12 घंटे की अवधि में 129 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई, जिससे बांध और नदियाँ उफान पर आ गईं। निचले इलाकों में पानी भर गया, जिसके चलते राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) द्वारा बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाए गए। प्रभावित गांवों से कई लोगों को सुरक्षित निकाला गया, जिनमें बाढ़ में फंसे स्कूली बच्चे और शिक्षक भी शामिल थे। इस स्थिति के कारण प्रभावित क्षेत्रों में बस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया और शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुजरात और पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेशों के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की थी। जूनागढ़ के मेंदरदा तालुका में बुधवार शाम 6 बजे तक 12 घंटे में 331 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि केशोद तालुका में इसी अवधि में 280 मिमी बारिश हुई। पोरबंदर, नवसारी और वलसाड जैसे अन्य जिलों में भी दिन के दौरान बहुत भारी बारिश हुई, जिससे प्रशासन को प्रभावित लोगों के लिए बचाव और राहत अभियान शुरू करने पड़े। देवभूमि द्वारका जिले के द्वारका और कल्याणपुर तालुका में मंगलवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच क्रमशः 138 मिमी और 129 मिमी बारिश दर्ज की गई।
एनडीआरएफ ने जूनागढ़ के मानेवाडा गांव में फंसे 12 लोगों को निकाला। इसी तरह, अमरेली जिले के दातरडी गांव में तीन लोगों को बचाया गया, और जूनागढ़ जिले के मनावर तालुका में एक मंदिर में फंसे सात लोगों को सुरक्षित निकाला गया। एक अन्य घटना में, पोरबंदर जिले के बोरासर गांव में एक स्कूल के 46 स्कूली बच्चे और चार शिक्षक बाढ़ के कारण फंस गए थे। जूनागढ़ के कलेक्टर अनिल रणवासिया ने बताया कि जिले के तीन तालुका भारी बारिश से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं, और उफनते बांधों को देखते हुए 52 निचले गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। कई संपर्क सड़कें अवरुद्ध हो गईं और प्रभावित क्षेत्रों में राज्य परिवहन की बसों का संचालन निलंबित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारी बारिश को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। मनावर गांव में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
आईएमडी ने 21 अगस्त की सुबह 8:30 बजे तक जूनागढ़, सूरत, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और दीव में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ ही कुछ स्थानों पर अत्यधिक से असाधारण भारी वर्षा की संभावना जताई है। इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान, नर्मदा, भरूच, डांग, तापी, राजकोट, जामनगर, मोरबी और बोटाद को ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है। अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना है। 22 अगस्त से बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है, लेकिन बनासकांठा, पाटण, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, दाहोद, महीसागर, नवसारी, वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली और सौराष्ट्र-कच्छ के कुछ हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी।
अधिकारियों का कहना है कि राज्य में 206 जलाशयों में से 61 'हाई अलर्ट' पर हैं, 27 'अलर्ट' पर हैं और 21 'चेतावनी' स्तर पर हैं। राज्य में अब तक मौसमी औसत वर्षा का लगभग 68.91 प्रतिशत प्राप्त हो चुका है। पिछले सप्ताह हुई व्यापक बारिश ने प्रमुख बांधों और जलाशयों में जल स्तर बढ़ा दिया है। गुजरात में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, और यह सिलसिला अगले सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद है।