अगस्त 2025 में, फीनिक्स, एरिज़ोना में एक भीषण धूल भरी आंधी आई, जिसे स्थानीय रूप से 'हबूब' के नाम से जाना जाता है। इस घटना ने 60,000 से अधिक निवासियों के लिए बिजली गुल कर दी, जिससे बड़े पैमाने पर व्यवधान उत्पन्न हुआ। यह हबूब, जो गरज के साथ तेज हवाओं और दृश्यता में भारी कमी के लिए जाना जाता है, ने फीनिक्स स्काई हार्बर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। हवाई अड्डे पर छत से पानी का रिसाव हुआ और कई उड़ानें विलंबित हुईं। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने धूल भरी आंधी और तेज गरज के साथ तूफान की चेतावनी जारी की थी, जिसमें ड्राइवरों को गति कम करने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस क्षेत्र में धूल भरी आंधी की बढ़ती आवृत्ति और तीव्रता का संबंध वैश्विक जलवायु परिवर्तन से है। ये घटनाएं भविष्य में और अधिक सामान्य और गंभीर होने की उम्मीद है, जिसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपायों और बेहतर तैयारी की आवश्यकता होगी। हबूब, जो अरबी शब्द 'हब' से लिया गया है जिसका अर्थ है 'हवा', अक्सर गरज के साथ आने वाले तूफानों के कारण बनते हैं। जब तूफान के दौरान ठंडी, घनी हवा नीचे की ओर आती है और जमीन से टकराती है, तो यह अपने साथ सूखी, ढीली मिट्टी और धूल को उड़ा ले जाती है, जिससे धूल की एक विशाल दीवार बन जाती है।
ये दीवारें कई मील तक फैल सकती हैं और हजारों फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकती हैं, जिससे दृश्यता लगभग शून्य हो जाती है। इस विशेष घटना में, फीनिक्स और आसपास के क्षेत्रों में 60,000 से अधिक घरों और व्यवसायों में बिजली गुल हो गई। फीनिक्स स्काई हार्बर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, 40 से अधिक उड़ानों को अन्यत्र उतरना पड़ा, जिससे यात्रियों को घंटों की देरी का सामना करना पड़ा। हवाई अड्डे के एक टर्मिनल की छत को भी नुकसान पहुंचा।
इस तरह की घटनाएं न केवल असुविधा का कारण बनती हैं, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं, जैसा कि राष्ट्रीय मौसम सेवा द्वारा जारी की गई चेतावनियों से स्पष्ट है। जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव के साथ, एरिज़ोना जैसे शुष्क क्षेत्रों में ऐसी चरम मौसम की घटनाओं की आवृत्ति और तीव्रता बढ़ने की आशंका है। यह स्थिति भविष्य में अधिक मजबूत बुनियादी ढांचे और प्रभावी आपातकालीन प्रतिक्रिया योजनाओं की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है ताकि ऐसे व्यवधानों के प्रभाव को कम किया जा सके।