ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर स्थित शार्क बे में, बॉटलनोज़ डॉल्फ़िनों ने समुद्री स्पंजों का उपयोग एक अनूठी शिकार तकनीक के रूप में विकसित किया है। इस व्यवहार में, डॉल्फ़िन अपने थूथन पर स्पंज पहनकर समुद्र के तल में खुदाई करती हैं, जिससे वे समुद्र तल में छिपे मछलियों को खोजने में सक्षम होती हैं। यह तकनीक विशेष रूप से उन मछलियों के लिए प्रभावी है जिनमें स्विम ब्लैडर नहीं होता, जिससे पारंपरिक इकोलोकेशन विधियों से उनका पता लगाना कठिन होता है।
यह व्यवहार मुख्य रूप से मादा डॉल्फ़िनों में देखा जाता है, और यह पीढ़ी दर पीढ़ी मां से बेटी को सिखाया जाता है, जो इसे एक सांस्कृतिक परंपरा बनाता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह तकनीक डॉल्फ़िनों को उन खाद्य स्रोतों तक पहुंच प्रदान करती है जो अन्यथा उनके लिए उपलब्ध नहीं होते, इस प्रकार उनके आहार में विविधता लाती है।
स्पंज का उपयोग डॉल्फ़िनों के लिए एक कुशल शिकार विधि है, लेकिन यह चुनौतीपूर्ण भी है। स्पंज पहनने से इकोलोकेशन की क्षमता में कुछ हद तक कमी आती है, लेकिन डॉल्फ़िन इस विकृति की भरपाई करने में सक्षम हैं, जो उनकी अनुकूलन क्षमता को दर्शाता है। यह व्यवहार डॉल्फ़िनों के बीच सीखने और सांस्कृतिक प्रथाओं के महत्व को उजागर करता है, और यह दर्शाता है कि कैसे जानवर अपने पर्यावरण के साथ तालमेल बिठाते हुए जटिल शिकार रणनीतियों का विकास कर सकते हैं।