ऑस्ट्रेलिया में बाढ़ के मैदानों की बहाली से जलवायु परिवर्तन और पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। विक्टोरिया राज्य में लोडन नदी के किनारे किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि बहाल किए गए आर्द्रभूमि ने कार्बन उत्सर्जन में 39% की कमी और पारिस्थितिकी तंत्र के कार्य में महत्वपूर्ण सुधार दिखाया।
इन बहाल क्षेत्रों में कार्बन स्टॉक में 12% की वृद्धि और मिट्टी की नमी में 55% की वृद्धि देखी गई, जो सूखा प्रतिरोधक क्षमता में सुधार को दर्शाता है। यह अध्ययन दर्शाता है कि बाढ़ के मैदानों की बहाली जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और पारिस्थितिकी तंत्र की कार्यक्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
हालांकि, बाढ़ के मैदानों की बहाली में भूमि उपयोग परिवर्तन, जल प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव जैसी चुनौतियां भी हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए, स्थानीय समुदायों, सरकारों और अन्य हितधारकों के बीच सहयोग आवश्यक है।
इस अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि बाढ़ के मैदानों की बहाली जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और पारिस्थितिकी तंत्र की कार्यक्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।