फॉन्ट-रोमू, फ्रांस में 19-20 जुलाई 2025 को औषधीय पौधों और पर्वतीय वृक्षों का दूसरा वार्षिक महोत्सव आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रकृति और मानवता के बीच संबंधों का उत्सव मनाया गया, जिसमें उत्साही, पेशेवर और परिवार शामिल हुए। महोत्सव का उद्देश्य ज्ञान साझा करना, जागरूकता बढ़ाना और दैनिक जीवन में पौधों के महत्व को बढ़ावा देना था।
पाइरेनीज़ क्षेत्र के 40 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया, जिन्होंने विभिन्न उत्पादों और प्रथाओं का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में औषधीय पौधों पर चर्चा, प्राकृतिक चिकित्सा पर सम्मेलन और सभी उम्र के लोगों के लिए कार्यशालाएँ शामिल थीं। स्थानीय अधिकारियों ने कल्याण पर्यटन और टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने में महोत्सव की भूमिका पर जोर दिया।
जंगली प्रजातियों के सतत प्रबंधन पर केंद्रित यूरोपीय परियोजना जेस्टेस भी प्रस्तुत की गई। आयोजकों ने महोत्सव को वार्षिक कार्यक्रम बनाने की इच्छा व्यक्त की। औषधीय पौधों के विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के महोत्सव औषधीय पौधों के संरक्षण और संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि औषधीय पौधों का ज्ञान पीढ़ी से पीढ़ी तक हस्तांतरित होना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इन पौधों के लाभों से वंचित न रहें।
इसके अतिरिक्त, विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि औषधीय पौधों का उपयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और केवल प्रमाणित विशेषज्ञों से ही सलाह लेनी चाहिए। गलत तरीके से उपयोग किए जाने पर औषधीय पौधे हानिकारक हो सकते हैं। औषधीय पौधों के क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के महोत्सव औषधीय पौधों के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने में भी मदद करते हैं। महोत्सव में भाग लेने वाले विभिन्न विशेषज्ञ अपने ज्ञान और अनुभव को साझा करते हैं, जिससे नए विचारों और तकनीकों का विकास होता है। यह औषधीय पौधों के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने में मदद करता है।
औषधीय पौधों का उपयोग सदियों से विभिन्न संस्कृतियों में किया जाता रहा है। आधुनिक विज्ञान भी औषधीय पौधों के लाभों को स्वीकार करता है। ऐसे में, औषधीय पौधों के महत्व को समझना और उन्हें संरक्षित करना आवश्यक है। इस तरह के महोत्सव औषधीय पौधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उन्हें संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।