कैनरी द्वीप समूह सरकार ने शहरी हरित स्थानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की है। सरकार ने हाल ही में एक व्यापक मार्गदर्शिका जारी की है, जो भौतिक और डिजिटल दोनों प्रारूपों में उपलब्ध है। इस मार्गदर्शिका का मुख्य उद्देश्य नगर पालिकाओं को देशी पौधों की प्रजातियों को शहरी परिदृश्य में प्रभावी ढंग से एकीकृत करने के लिए एक स्पष्ट और विस्तृत दिशा प्रदान करना है। यह पहल शहरों को स्थानीय वनस्पतियों का उपयोग करके छायादार और हरे-भरे क्षेत्रों में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस मार्गदर्शिका में ड्रैगन ट्री, जुनिपर, कैनरी पाइन और एसिविनो जैसी प्रजातियों के बारे में विस्तृत तकनीकी जानकारी शामिल है, जिन्हें उनकी शहरी भूदृश्य के लिए उपयुक्तता के आधार पर चुना गया है। यह शहरी क्षेत्रों में आम समस्याओं, जैसे कि पेड़ की जड़ों से फुटपाथ और सड़कों को होने वाले नुकसान, के समाधान भी प्रस्तुत करती है। इसमें विभिन्न प्रजातियों द्वारा प्रदान की जाने वाली छाया, उनके फूलने की विशेषताएँ और पानी की खपत जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं का भी उल्लेख किया गया है। यह परियोजना दो साल के गहन कार्य का परिणाम है और इसमें शहरी वातावरण के लिए देशी वनस्पतियों की दो कैटलॉग शामिल हैं। पहला कैटलॉग, जो अगले महीने जारी किया जाएगा, समुद्र तल से 300 मीटर तक के क्षेत्रों को कवर करेगा, जबकि दूसरा कैटलॉग, जिसकी योजना अगले वर्ष के लिए है, 300 मीटर से अधिक की ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। इस जानकारी तक आसान पहुँच सुनिश्चित करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म भी जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा।
देशी पौधों को शहरी क्षेत्रों में एकीकृत करने से कई पारिस्थितिक लाभ मिलते हैं। ये पौधे स्थानीय वन्यजीवों के लिए भोजन और आश्रय प्रदान करते हैं, जिससे जैव विविधता बढ़ती है। वे कम रखरखाव की मांग करते हैं और स्थानीय जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल होते हैं, जिससे पानी और अन्य संसाधनों की बचत होती है। इसके अतिरिक्त, देशी पौधे शहरी वातावरण में वायु और जल की गुणवत्ता में सुधार करने में भी सहायक होते हैं। कैनरी द्वीप समूह की सरकार का यह प्रयास न केवल शहरों को हरा-भरा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह द्वीप समूह की अनूठी जैव विविधता को संरक्षित करने में भी योगदान देगा। यह पहल शहरी नियोजन और पर्यावरण प्रबंधन के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो टिकाऊ और रहने योग्य शहरी वातावरण बनाने की दिशा में एक सचेत प्रयास को दर्शाता है।