गुजरात वन विभाग की मई 2025 की जनगणना में एशियाई शेरों की आबादी में उल्लेखनीय 32% की वृद्धि देखी गई, जो 2020 में 674 से बढ़कर 891 हो गई। यह वृद्धि भारत की वन्यजीव संरक्षण पहलों की सफलता को रेखांकित करती है।
891 शेरों में से 384 गिर राष्ट्रीय उद्यान और उसके आसपास के अभयारण्य में रहते हैं। लगभग 44% (340 शेर) अब संरक्षित गिर क्षेत्र के बाहर फल-फूल रहे हैं। अमरेली जिला 257 शेरों के साथ सबसे आगे है, जबकि बरदा अभयारण्य ने 1879 के बाद पहली बार 17 शेरों को देखा गया है।
2020 में शुरू किया गया 'प्रोजेक्ट लायन' इस जनसंख्या वृद्धि में महत्वपूर्ण रहा है, जो जीपीएस, चुंबकीय सेंसर ग्रिड, रेडियो कॉलर और कैमरा ट्रैप जैसी तकनीकों का उपयोग करके आवास वृद्धि और कुशल निगरानी पर ध्यान केंद्रित करता है। प्रत्यक्ष बीट सत्यापन का उपयोग करके किए गए जनगणना में 11 जिलों में 35,000 वर्ग किलोमीटर को कवर किया गया।