अंटार्कटिका के समुद्र के नीचे स्थित कैन्यन महासागर परिसंचरण, बर्फ की चादर की पिघलन दर, और वैश्विक जलवायु परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हाल ही में, वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका के समुद्र के नीचे के कैन्यनों का विस्तृत मानचित्रण किया है, जिससे इनकी संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इन कैन्यनों का अध्ययन महासागर परिसंचरण, बर्फ की चादर की पिघलन दर, और वैश्विक जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझने में सहायक है।
विशेषकर, ये कैन्यन गर्म महासागरीय जल को बर्फ की चादर के नीचे तक पहुंचाते हैं, जिससे बर्फ की पिघलन दर बढ़ती है और वैश्विक समुद्र स्तर में वृद्धि होती है।
इसलिए, अंटार्कटिका के सबग्लेशियल कैन्यनों का अध्ययन जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझने और भविष्य के लिए योजना बनाने में महत्वपूर्ण है।