भारत के कश्मीर में एक जीन-संपादित मेमना पैदा हुआ है, जो पशु जैव प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। मेमने को SKUAST-कश्मीर की एक टीम ने डॉ. रियाज अहमद शाह के नेतृत्व में CRISPR-Cas9 तकनीक का उपयोग करके मायोस्टैटिन जीन को लक्षित करके बनाया था, जो मांसपेशियों के विकास को नियंत्रित करता है।
विश्वविद्यालय इस उपलब्धि को उन्नत जीनोम संपादन प्रौद्योगिकियों के वैश्विक मानचित्र पर भारत को स्थापित करने में एक बड़ा कदम मानता है। यह SKUAST-कश्मीर को प्रजनन जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान के मामले में सबसे आगे रखता है।
मुख्य विवरण:
मादा मेमना चार महीने पहले पैदा हुई थी।
मांसपेशियों के विकास को बढ़ाने के लिए मायोस्टैटिन जीन को लक्षित किया गया था।
कोई विदेशी डीएनए नहीं डाला गया, जो इसे ट्रांसजेनिक जीवों से अलग करता है।
अंतर्राष्ट्रीय जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया गया।
जीन संपादन के प्रभावों को पूरी तरह से समझने के लिए अगले कुछ वर्षों में मेमने के मांसपेशियों के विकास की निगरानी की जाएगी। टीम जुड़वां जन्मों और रोग प्रतिरोधक क्षमता जैसे अन्य क्षेत्रों में भी संभावनाओं की खोज कर रही है।
कुलपति प्रोफेसर नज़ीर अहमद गनई ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को विकास के बारे में जानकारी दी। उपराज्यपाल ने टीम के प्रयासों और क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने में उनके योगदान की सराहना की।