1 जुलाई, 2025 को, अमेरिकी शेयर बाजार, विशेष रूप से एसएंडपी 500, 6,173 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह आर्थिक चुनौतियों के बावजूद हुआ। एपी न्यूज के अनुसार, यह उछाल निवेशकों के विश्वास को उजागर करता है।
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (डीएक्सवाई) तीन साल के निचले स्तर पर आ गया। यह गिरावट संभावित ब्याज दर में कटौती और राजनीतिक दबावों से प्रभावित है। एक कमजोर डॉलर निर्यात को बढ़ावा दे सकता है लेकिन आयात लागत बढ़ा सकता है।
फेडरल रिजर्व की नीतिगत फैसलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ब्याज दर में कटौती को लेकर आंतरिक मतभेद मौजूद हैं। आने वाली आर्थिक रिपोर्टें और फेड के फैसले महत्वपूर्ण होंगे। निवेशकों को विविधीकरण और जोखिम प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए। भारतीय निवेशकों को सोने और सरकारी बॉन्ड जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए, जो बाजार की अस्थिरता के दौरान स्थिरता प्रदान कर सकते हैं।