7 अगस्त, 2025 को, वैश्विक प्रौद्योगिकी शेयरों में एक महत्वपूर्ण उछाल देखा गया, जिसका मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नई सेमीकंडक्टर टैरिफ की घोषणा थी, जिसमें अमेरिकी-आधारित विनिर्माण में निवेश करने वाली कंपनियों को छूट दी गई थी। इस कदम ने बाजार में एक नई गति पैदा की, जिससे कई प्रमुख तकनीकी कंपनियों के शेयरों में वृद्धि हुई। ऐप्पल के शेयरों में प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 2.9% की वृद्धि देखी गई, क्योंकि कंपनी ने आईफोन पर संभावित टैरिफ से बचने के लिए 100 बिलियन डॉलर के अमेरिकी निवेश की प्रतिबद्धता जताई। यह घोषणा एप्पल के "अमेरिकन मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम" का हिस्सा है, जो कंपनी के कुल अमेरिकी निवेश को अगले चार वर्षों में 600 बिलियन डॉलर तक ले जाता है। प्रमुख सेमीकंडक्टर साझेदार जैसे एप्लाइड मैटेरियल्स और टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स ने भी क्रमशः 8.5% और 3.5% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की। यूरोपीय चिप कंपनियों, जैसे ASML और BE सेमीकंडक्टर, ने भी 3% से अधिक की बढ़त हासिल की, जो हाल ही में हुए शून्य-टैरिफ वाले यूरोपीय संघ-अमेरिका व्यापार समझौते के कारण सेमीकंडक्टर उपकरणों पर लागू होता है।
राष्ट्रपति ट्रम्प की 100% टैरिफ की घोषणा का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को मजबूत करना है, लेकिन इसने फिलीपींस और मलेशिया जैसे देशों के लिए चिंताएं बढ़ा दी हैं, जो चिप निर्यात पर बहुत अधिक निर्भर हैं। फिलीपींस के सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के नेताओं ने चेतावनी दी है कि यह कदम देश के निर्यात-संचालित इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। विश्लेषकों का अनुमान है कि अंतिम टैरिफ को बातचीत के माध्यम से कम किया जा सकता है, जिससे व्यापक उपभोक्ता मुद्रास्फीति पर पड़ने वाले प्रभाव को कम किया जा सके। इस आर्थिक उथल-पुथल के बीच, यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए राजनयिक प्रयास भी तेज हो गए हैं, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक संभावित शिखर सम्मेलन की योजनाएं शामिल हैं। यह विकास आर्थिक नीतियों और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति के बीच जटिल संबंध को उजागर करता है, जिसका वैश्विक बाजारों और भू-राजनीतिक स्थिरता पर गहरा प्रभाव पड़ता है।