भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को सतर्कता का माहौल बना रहा, जहां निवेशकों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति और संभावित व्यापार समझौतों को लेकर सावधानी बरती।
निफ्टी 50 में मामूली वृद्धि देखी गई, जबकि बीएसई सेंसेक्स में भी हल्की बढ़त दर्ज की गई। लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के मजबूत तिमाही परिणामों के बावजूद, बाजार में सतर्कता बनी रही।
निवेशकों की चिंता का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की अनिश्चितता थी। फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को स्थिर रखने की उम्मीदों के बावजूद, अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के आर्थिक दृष्टिकोण पर टिप्पणी ने निवेशकों को सतर्क किया।
अमेरिकी ब्याज दरों में वृद्धि उभरते बाजारों के लिए जोखिम पैदा करती है, जिससे विदेशी निवेशकों की प्रवृत्ति प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के कुछ निर्यातों पर 20-25% तक के शुल्क लगाने की चेतावनी ने बाजार की सतर्कता को बढ़ाया।
इन कारकों के बीच, निवेशकों को अमेरिकी मौद्रिक नीतियों और घरेलू आर्थिक संकेतकों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी गई है।