सोमवार, 11 अगस्त, 2025 को, प्रमुख एशियाई शेयर सूचकांकों में प्रौद्योगिकी क्षेत्र की मजबूत आय के कारण मामूली वृद्धि देखी गई। निवेशकों की निगाहें अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो 11 सितंबर, 2025 को जारी होने वाली है और इसके डॉलर और बॉन्ड की चाल को प्रभावित करने की उम्मीद है। अमेरिकी-चीन व्यापार वार्ता का भविष्य भी एक प्रमुख फोकस बना हुआ है, क्योंकि 12 अगस्त, 2025 को समाप्त होने वाली टैरिफ संधि को 90 दिनों तक बढ़ाने की उम्मीद है। इस विस्तार से सेमीकंडक्टर कंपनियों जैसे Nvidia और AMD पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, Nvidia और AMD ने चीन को उन्नत AI चिप्स की बिक्री से होने वाली आय का 15% अमेरिकी सरकार को देने पर सहमति व्यक्त की है, ताकि निर्यात लाइसेंस सुरक्षित किया जा सके। यह कदम वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता के बीच उठाया गया है।
डॉलर सूचकांक 98.25 पर स्थिर रहा, जबकि यूरो डॉलर के मुकाबले 1.1644 पर सपाट कारोबार कर रहा था। भू-राजनीतिक तनावों में कमी के कारण सोने की कीमतों में 0.7% की गिरावट आई और यह 3,376.67 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। इसी तरह, तेल की कीमतों में भी गिरावट देखी गई, ब्रेंट क्रूड 0.6% गिरकर 66.22 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। यह गिरावट अमेरिका-रूस के बीच संभावित शांति वार्ता और प्रतिबंधों में ढील की उम्मीदों से प्रेरित है, जिससे रूसी तेल निर्यात प्रभावित हो सकता है। एशिया में, जापान का निक्केई सूचकांक 42,465 पर खुला, जो एक रिकॉर्ड उच्च स्तर का संकेत दे रहा है, भले ही बाजार छुट्टियों के कारण बंद था। जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों के MSCI के व्यापक सूचकांक में मामूली वृद्धि देखी गई। वैश्विक बाजार आर्थिक डेटा, व्यापार वार्ता और भू-राजनीतिक विकास के जटिल मिश्रण के बीच आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिकी सीपीआई डेटा, जो मंगलवार को जारी होने वाला है, फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति को प्रभावित कर सकता है, जिससे डॉलर और बॉन्ड बाजारों की दिशा तय होगी।