8 अगस्त, 2025 को, इथेरियम (ETH) की कीमत ने $4,000 का महत्वपूर्ण स्तर पार कर लिया, जो क्रिप्टोकरेंसी बाजार में एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह वृद्धि संस्थागत निवेशकों की बढ़ती रुचि और भविष्य के लिए आशावादी अनुमानों को दर्शाती है। पूर्व BitMEX CEO आर्थर हेस ने पहले ही इथेरियम के लिए मजबूत पूर्वानुमान व्यक्त किए थे, जिसमें उन्होंने 2025 में $4,000 से $5,000 के बीच की कीमत का अनुमान लगाया था। इसी तरह, स्टैंडर्ड चार्टर्ड के डिजिटल एसेट्स के प्रमुख जेफ्री केंड्रिक ने 2025 तक $4,000 का मूल्य लक्ष्य निर्धारित किया था।
इथेरियम की हालिया कीमत वृद्धि के पीछे कई प्रमुख कारक हैं। मई 2024 में अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) द्वारा इथेरियम-आधारित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETFs) की मंजूरी ने नियामक स्पष्टता प्रदान की, जिससे बड़े पैमाने पर संस्थागत निवेश आकर्षित हुआ। जुलाई 2024 में स्पॉट इथेरियम ETFs का लॉन्च, जिसमें ब्लैकॉक और फिडेलिटी जैसी प्रमुख संस्थाएं शामिल थीं, ने निवेशकों के लिए एक सुलभ मार्ग प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, इथेरियम का स्टेबलकॉइन बाजार में प्रभुत्व भी एक महत्वपूर्ण कारक है, जो नेटवर्क की बढ़ती उपयोगिता और अपनाने का प्रमाण है। Q2 2025 में इथेरियम पर स्टेबलकॉइन हस्तांतरण 100% बढ़कर $4 ट्रिलियन तक पहुंच गया। 9 अगस्त, 2025 तक, इथेरियम की कीमत $4,000 पर स्थिर बनी हुई है, जो निवेशकों के निरंतर विश्वास का संकेत देती है। स्टैंडर्ड चार्टर्ड के विश्लेषकों का मानना है कि इथेरियम ट्रेजरी कंपनियां, जो स्टेकिंग से अतिरिक्त लाभ प्रदान करती हैं, स्पॉट इथेरियम ETFs की तुलना में बेहतर निवेश विकल्प हो सकती हैं।