24 अगस्त, 2025 को, एथेरियम (ETH) ने $4,945.60 का नया सर्वकालिक उच्च स्तर हासिल किया, जो 2021 के अपने पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया। इस वृद्धि का श्रेय संस्थागत निवेश में वृद्धि और निवेशकों के बढ़ते आशावाद को दिया गया है। वहीं, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के जैक्सन होल सिम्पोजियम में दिए गए भाषण के बाद बिटकॉइन (BTC) गिरकर $111,364 पर आ गया, जो जुलाई की शुरुआत के बाद इसका सबसे निचला स्तर है।
पॉवेल की टिप्पणियों ने श्रम बाजार में बढ़ती चिंताओं और संभावित ब्याज दर में कटौती के संकेतों के कारण बाजार में अनिश्चितता पैदा कर दी। पॉवेल के भाषण ने संकेत दिया कि फेडरल रिजर्व श्रम बाजार में बढ़ती जोखिमों के जवाब में अपनी मौद्रिक नीति को समायोजित कर सकता है, जिससे सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है। इस खबर ने जोखिम-पर (risk-on) वाली संपत्तियों में पूंजी प्रवाह को बढ़ावा दिया, जिससे एथेरियम जैसे क्रिप्टोकरेंसी को लाभ हुआ। विश्लेषकों का मानना है कि कम ब्याज दरें पारंपरिक निवेशों को कम आकर्षक बनाती हैं, जिससे निवेशक उच्च-विकास, उच्च-अस्थिरता वाली संपत्तियों की ओर आकर्षित होते हैं।
इस बदलाव ने एथेरियम को विशेष रूप से लाभान्वित किया है, क्योंकि संस्थागत निवेशक अब इसे एक प्रमुख निवेश के रूप में देख रहे हैं। एथेरियम की इस प्रभावशाली वृद्धि के पीछे कई कारण हैं। संस्थागत निवेशकों की बढ़ती रुचि, जिसमें ब्लैकॉक जैसी फर्मों द्वारा बड़ी मात्रा में ईटीएच की खरीद शामिल है, ने इसकी मांग को बढ़ाया है। इसके अतिरिक्त, एथेरियम के स्टेकिंग से उत्पन्न होने वाला यील्ड (yield) और इसके नेटवर्क के निरंतर उन्नयन, जैसे कि लेयर 2 समाधानों का विकास, इसकी स्केलेबिलिटी और लागत-प्रभावशीलता को बढ़ाते हैं। ये कारक एथेरियम को बिटकॉइन के मुकाबले एक मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
कई रिपोर्टों से पता चलता है कि बड़े निवेशक बिटकॉइन से एथेरियम की ओर रुख कर रहे हैं, जो बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है। दूसरी ओर, बिटकॉइन पर फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति का सीधा प्रभाव पड़ा है। पॉवेल के भाषण के बाद ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों ने बाजार में अनिश्चितता पैदा की, जिससे बिटकॉइन की कीमत में गिरावट आई। हालांकि बिटकॉइन ने हाल ही में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को पार किया था, लेकिन मैक्रोइकॉनॉमिक कारकों और फेडरल रिजर्व की नीतियों के प्रति इसकी संवेदनशीलता ने इसे अस्थिर बना दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि जब तक फेडरल रिजर्व अपनी नीति को स्पष्ट नहीं करता, तब तक बिटकॉइन में अस्थिरता बनी रह सकती है।
कुल मिलाकर, 24 अगस्त, 2025 को क्रिप्टोकरेंसी बाजार में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया। एथेरियम ने अपनी मजबूत संस्थागत मांग और तकनीकी प्रगति के कारण नया कीर्तिमान स्थापित किया, जबकि बिटकॉइन फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति की अनिश्चितताओं के कारण दबाव में आ गया। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि कैसे व्यापक आर्थिक कारक डिजिटल संपत्तियों के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं और कैसे निवेशक बदलते बाजार परिदृश्य के अनुकूल हो रहे हैं।