Nvidia और AMD, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिप्स के प्रमुख निर्माता हैं, ने चीन में अपनी AI चिप बिक्री से होने वाले राजस्व का 15% अमेरिकी सरकार को देने पर सहमति व्यक्त की है। यह समझौता अमेरिकी सरकार से निर्यात लाइसेंस प्राप्त करने की एक शर्त है, जो उन्हें चीन में अपने विशिष्ट चिप्स, जैसे Nvidia के H20 और AMD के MI308 की बिक्री जारी रखने की अनुमति देगा। यह अभूतपूर्व व्यवस्था अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के साथ हुई चर्चाओं के बाद हुई है, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने इन चिप्स के निर्यात के लिए आवश्यक लाइसेंस जारी किए हैं। Nvidia ने अमेरिकी निर्यात नियमों के अनुपालन की पुष्टि की है।
विश्लेषकों का अनुमान है कि Nvidia 2025 में चीन में H20 चिप की बिक्री से लगभग 23 बिलियन डॉलर का राजस्व उत्पन्न कर सकता है। इस व्यवस्था के तहत, अमेरिकी सरकार को Nvidia की H20 चिप बिक्री से 15% राजस्व प्राप्त होगा, जो लगभग 3.45 बिलियन डॉलर होगा। यह कदम अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों को चीनी बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए रखने की अनुमति देता है, साथ ही अमेरिकी सरकार के लिए वित्तीय योगदान भी सुनिश्चित करता है। यह समझौता अमेरिकी व्यापार नीति के लिए एक मिसाल कायम करता है, जो संभावित रूप से प्रौद्योगिकी कंपनियों को वित्तीय योगदान के माध्यम से प्रतिबंधित बाजारों में निर्यात फिर से शुरू करने में सक्षम बना सकता है।
इस बीच, चीन ने H20 चिप के प्रदर्शन और कथित कमजोरियों को लेकर सुरक्षा संबंधी चिंताएं व्यक्त की हैं। कुछ चीनी राज्य मीडिया आउटलेट्स ने H20 चिप्स को "न तो पर्यावरण के अनुकूल, न ही उन्नत, और न ही सुरक्षित" बताया है। हालांकि, Nvidia का कहना है कि उसके H20 चिप्स में कोई बैकडोर या रिमोट कंट्रोल सुविधाएँ नहीं हैं, और कंपनी साइबर सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर देती है। यह समझौता अमेरिकी कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो उन्हें बाजार पहुंच बनाए रखने के साथ-साथ सरकारी नियमों का पालन करने की अनुमति देता है।