एप्पल अपने सिरी वॉयस असिस्टेंट को 2026 में ऐप इंटेंट्स (App Intents) फीचर के साथ एक बड़े अपग्रेड के लिए तैयार कर रहा है। इस अपग्रेड का लक्ष्य सिरी को आईफोन के लिए एक व्यापक हैंड्स-फ्री कंट्रोलर बनाना है, जिससे उपयोगकर्ता विभिन्न ऐप्लिकेशन्स को वॉयस कमांड से नियंत्रित कर सकेंगे। ऐप इंटेंट्स उपयोगकर्ताओं को वॉयस कमांड के माध्यम से फोटो ढूंढने, संपादित करने और भेजने, सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और शॉपिंग ऐप्स को प्रबंधित करने जैसे जटिल कार्य करने की सुविधा देगा। यह सिरी के सीमलेस वॉयस इंटरैक्शन के वादे को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एप्पल ने इस फीचर की व्यापक अनुकूलता सुनिश्चित करने के लिए उबर, अमेज़न और व्हाट्सएप जैसे प्रमुख आईओएस ऐप डेवलपर्स के साथ साझेदारी की है। शुरुआत में यह फीचर आईओएस 18.4 के साथ आने वाला था, लेकिन अब इसे आईओएस 26.4 के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है, जिसके मार्च या अप्रैल 2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है। इस अपग्रेड के माध्यम से, सिरी केवल सवालों के जवाब देने वाले असिस्टेंट से कहीं अधिक बन जाएगा; यह ऐप्स के भीतर जटिल, मल्टी-स्टेप कार्यों को संभालने में सक्षम होगा। उदाहरण के लिए, उपयोगकर्ता सिरी से किसी विशेष फोटो को ढूंढने, उसे संपादित करने और फिर उसे किसी संपर्क को भेजने के लिए कह सकेंगे, वह भी बिना डिवाइस को छुए। यह सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने, शॉपिंग ऐप में स्क्रॉल करने और कार्ट में आइटम जोड़ने जैसे उन्नत कार्यों को भी संभव बनाएगा।
हालांकि, इस नई तकनीक को लागू करने में कुछ चुनौतियाँ भी हैं। एप्पल के इंजीनियरों को यह सुनिश्चित करने में कठिनाई हो रही है कि यह फीचर विभिन्न ऐप्स के साथ विश्वसनीय रूप से काम करे और संवेदनशील परिदृश्यों में सटीकता बनाए रखे। इस वजह से, एप्पल बैंकिंग या स्वास्थ्य जैसे उच्च-जोखिम वाले क्षेत्रों में सिरी की क्षमताओं को सीमित करने या उन्हें शुरुआत में पूरी तरह से बाहर रखने पर विचार कर रहा है। एप्पल के सीईओ टिम कुक ने हाल ही में कहा है कि कंपनी सिरी को अधिक व्यक्तिगत बनाने की दिशा में अच्छी प्रगति कर रही है। हालांकि इन फीचर्स के लॉन्च में देरी हुई है, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि वे अगले साल लॉन्च के लिए ट्रैक पर हैं। यह अपग्रेड न केवल सिरी को अधिक स्मार्ट बनाएगा, बल्कि एप्पल के इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा कदम भी साबित होगा, जो भविष्य में स्मार्ट होम डिवाइस जैसे कि स्मार्ट डिस्प्ले और रोबोट के लिए भी इस तकनीक का विस्तार कर सकता है।