अंतरिक्ष यात्रियों के लिए नासा और गूगल का AI मेडिकल असिस्टेंट: एक नई सुबह

द्वारा संपादित: Olga Sukhina

अंतरिक्ष की गहराइयों में मानव अन्वेषण के बढ़ते विस्तार के साथ, अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गया है। इस दिशा में एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए, नासा (NASA) और गूगल (Google) ने मिलकर एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) संचालित मेडिकल असिस्टेंट विकसित किया है, जिसे क्रू मेडिकल ऑफिसर डिजिटल असिस्टेंट (CMO-DA) के नाम से जाना जाता है। यह प्रणाली लंबी अवधि के अंतरिक्ष मिशनों के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को स्वायत्त रूप से चिकित्सा संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है, खासकर जब पृथ्वी से संचार में देरी या बाधाएं हों। यह सहयोगात्मक प्रयास अंतरिक्ष चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है। मंगल मिशनों के लिए संचार में 20 मिनट से अधिक की देरी हो सकती है, जिससे तत्काल चिकित्सा सलाह या सहायता प्राप्त करना एक बड़ी बाधा बन जाती है। CMO-DA इस अंतर को पाटने के लिए तैयार है, जो अंतरिक्ष यात्रियों को स्वयं निदान करने और उपचार योजनाएं बनाने में सक्षम बनाएगा। CMO-DA उन्नत प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (NLP) और मशीन लर्निंग (ML) तकनीकों का उपयोग करता है, जो गूगल क्लाउड के वर्टेक्स AI प्लेटफॉर्म पर आधारित है। यह प्रणाली भाषण, पाठ और छवियों जैसे विभिन्न इनपुट को संसाधित कर सकती है, जिससे यह एक बहुआयामी उपकरण बन जाता है। प्रारंभिक परीक्षणों में, CMO-DA ने नकली चिकित्सा परिदृश्यों में उल्लेखनीय सटीकता का प्रदर्शन किया है। टखने की चोट के निदान में इसने 88% सटीकता, कान दर्द के लिए 80% और पेट के निचले हिस्से में दर्द के लिए 74% सटीकता हासिल की है। नासा के मुख्य स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी, डॉ. जेम्स डी. पोल्क के अनुसार, "हम AI को चिकित्सक का स्थान लेने के बजाय उसे बढ़ाने वाले एक नैदानिक उपकरण के रूप में देख रहे हैं।" यह दृष्टिकोण अंतरिक्ष यात्रियों को कई भूमिकाएं निभाने के लिए तैयार करता है, जिसमें दंत चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ और आपातकालीन चिकित्सक शामिल हैं, खासकर मंगल जैसे मिशनों पर जहां संचार में देरी के कारण आत्मनिर्भरता सर्वोपरि है। गूगल के सार्वजनिक क्षेत्र के संघीय बिक्री के उपाध्यक्ष, जिम केली ने इस बात पर जोर दिया कि यह सहयोग "अंतरिक्ष अन्वेषण में मानव की अगली बड़ी छलांग के लिए हमें तैयार करने वाले मानव सरलता का प्रमाण है।"

अंतरिक्ष में चिकित्सा देखभाल की चुनौतियां बहुआयामी हैं, जिनमें विकिरण के संपर्क में आना, अंतःकपालीय दबाव में वृद्धि जो आंखों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, चिकित्सा उपकरणों की सीमित उपलब्धता और दवाओं की शेल्फ लाइफ शामिल हैं। माइक्रोgravity का शरीर पर पड़ने वाला प्रभाव, जैसे हड्डी का घनत्व कम होना और मांसपेशियों का क्षरण, भी चिंता का विषय है। CMO-DA जैसी AI-संचालित प्रणालियाँ इन चुनौतियों का सामना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, जिससे अंतरिक्ष यात्री अधिक आत्मनिर्भर और सुरक्षित महसूस करेंगे। इस परियोजना से प्राप्त अंतर्दृष्टि न केवल भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पृथ्वी पर दूरस्थ या कम सेवा वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में सुधार के लिए भी इसका व्यापक प्रभाव हो सकता है। यह सहयोग दर्शाता है कि कैसे तकनीकी नवाचार, विशेष रूप से AI के क्षेत्र में, मानव की सीमाओं को आगे बढ़ाने और सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा के अवसर पैदा करने में मदद कर सकता है।

स्रोतों

  • Diario de Noticias

  • Google Cloud Blog

  • TechCrunch

  • HIT Consultant

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