क्रिस्टी इंटरनेशनल रियल एस्टेट ने क्रिप्टोकरेंसी में संपत्ति लेनदेन के लिए एक समर्पित विभाग शुरू किया है, जिससे वे डिजिटल संपत्तियों को पूरी तरह से अपनाने वाला प्रमुख अमेरिकी ब्रोकरेज बन गए हैं। यह कदम अमेरिका में महत्वपूर्ण नियामक विकास के साथ मेल खाता है।
भारत में, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई नियम हैं। 2022 के बाद, भारत ने क्रिप्टो लेनदेन के लिए एक स्पष्ट कराधान ढांचा बनाया है, जो सरकार के डिजिटल संपत्तियों को कर योग्य संस्थाओं के रूप में पहचानने का संकेत है। क्रिप्टो संपत्तियों को बेचने पर होने वाले मुनाफे पर 30% कर लगता है।
हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर टैक्स लगाने के बावजूद क्रिप्टोकरेंसी को अनिवार्य व स्पष्ट रूप से वैध नहीं माना जा सकता है। क्रिस्टी की क्रिप्टो टीम कानूनी और सुरक्षित लेनदेन सुनिश्चित करती है, अक्सर विवरण को सावधानी से संभालती है।
यह कदम क्रिप्टो निवेशकों के लिए अचल संपत्ति बाजार में प्रवेश करने के नए अवसर खोल सकता है, लेकिन उन्हें भारत में क्रिप्टो संपत्ति नियमों का पालन करना होगा।