इतालवी शताब्दियों के दीर्घायु का रहस्य उजागर
एक हालिया 10-वर्षीय अध्ययन दक्षिणी इटली, विशेष रूप से सिलेंटो क्षेत्र के शताब्दियों की असाधारण दीर्घायु के पीछे के रहस्यों का खुलासा करता है।
सीआईएओ अध्ययन के रूप में जाना जाने वाला अध्ययन, 128 शताब्दियों पर केंद्रित था। इसने पाया कि ये व्यक्ति अपनी वास्तविक उम्र से जैविक रूप से 8.3 वर्ष छोटे हैं। उनमें एक सामान्य कारक भूमध्यसागरीय आहार का पालन करना है।
भूमध्यसागरीय आहार, जो जीवन जीने का एक तरीका है, ताज़ी, स्थानीय रूप से उगाई गई सब्जियों, फलियों, साबुत अनाज, अतिरिक्त वर्जिन जैतून के तेल, नट्स और वसायुक्त मछली पर जोर देता है, जिसमें लाल मांस कम होता है। यह आहार पैटर्न, सामाजिक संपर्क और दैनिक शारीरिक गतिविधि के साथ मिलकर, उनकी दीर्घायु में योगदान देता है।
शोधकर्ताओं ने 32,514 चयापचयों का विश्लेषण किया और शताब्दियों में 2,812 महत्वपूर्ण रूप से भिन्न तत्वों की पहचान की। उन्होंने बायो-एडीएम का निम्न स्तर देखा, जो उत्कृष्ट रक्त सूक्ष्म परिसंचरण का एक संकेतक है। अध्ययन में टी कोशिकाओं और मैक्रोफेज के समन्वित सक्रियण का भी पता चला, जो एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली का संकेत देता है।
अध्ययन का निष्कर्ष है कि इन इतालवी शताब्दियों की दीर्घायु किसी चमत्कारिक दवा के कारण नहीं है, बल्कि एक साधारण दिनचर्या और दुनिया में सबसे अच्छे माने जाने वाले आहार के कारण है।