प्राचीन अरब के ऐतिहासिक मार्ग पर स्थित Ybenbm, प्राचीन ग्रंथों में उल्लिखित एक महत्वपूर्ण स्थल है। हालांकि इसका ऐतिहासिक अभिलेखों में उल्लेख है, लेकिन विद्वानों के बीच इसके सटीक स्थान और प्रकृति को लेकर अभी भी बहस जारी है। Ybenbm का सबसे पहला ज्ञात संदर्भ 9वीं शताब्दी के फ़ारसी भूगोलवेत्ता इब्न खुर्दधबेह की कृति "पथ और राज्य" में मिलता है। उन्होंने इसे एक एकाकी रेगिस्तानी निवास के रूप में वर्णित किया है जिसमें एक कुआँ था, जहाँ खाथम के बद्दू कबीले आते थे, जिससे यह एक नखलिस्तान होने का संकेत मिलता है। इब्न खुर्दधबेह ने अपनी पुस्तक में उस समय के प्रमुख व्यापार मार्गों का वर्णन किया था, जो लगभग 870 ईस्वी में अब्बासिद खलीफा अल-मुतामिद के शासनकाल के दौरान लिखी गई थी।
10वीं शताब्दी में, भूगोलवेत्ता अल-हमदानी ने अपनी "अरब प्रायद्वीप का विवरण" में Ybenbm का उल्लेख किया। उन्होंने इसे सना से मक्का के रास्ते पर एक महत्वपूर्ण बिंदु के रूप में चिह्नित किया, जिसकी दूरी काटना से अनुमानित की गई थी। अल-हमदानी, जो यमन के एक प्रसिद्ध विद्वान थे, ने अरब प्रायद्वीप के भूगोल पर महत्वपूर्ण कार्य किए। आधुनिक शोधकर्ताओं ने Ybenbm के संभावित स्थानों का प्रस्ताव दिया है। अल-जासेर ने दक्षिण-पश्चिमी सऊदी अरब में "इब्न इब्न" घाटी से संबंध का सुझाव दिया, लेकिन स्थानीय निवासियों ने इसका खंडन किया। अल-हरबी ने इसे असिर क्षेत्र में स्थित बताया, इसे प्राचीन कविताओं और संभवतः तैयब अल-इस्मा नामक जल स्रोत से जोड़ा। असिर प्रांत, जो सऊदी अरब के दक्षिण में स्थित है, अपने ऊंचे पठारों और चोटियों के लिए जाना जाता है। Ybenbm का सटीक स्थान निश्चित पुरातात्विक साक्ष्य की कमी और ऐतिहासिक विवरणों में भिन्नता के कारण मायावी बना हुआ है, और इस क्षेत्र में सामान्य स्थान नामों की समानता भी इसकी पहचान को जटिल बनाती है। Ybenbm एक भौगोलिक पहेली बना हुआ है, जिसमें चल रहे शोध इसके ऐतिहासिक महत्व और सटीक स्थान को स्पष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। यह उन प्राचीन व्यापार मार्गों के महत्व को भी रेखांकित करता है जिन्होंने सदियों से लोगों, संस्कृतियों और विचारों को जोड़ा है।