विज्ञान में गणित के मैक्स प्लैंक संस्थान के शोधकर्ताओं ने रूपकों के विश्लेषण के लिए एक औपचारिक ढांचा और अनुभवजन्य पद्धति विकसित की है। उनके हालिया अध्ययन ने इस बात की पुष्टि की है कि रूपक केवल अलंकारिक उपकरण नहीं हैं, बल्कि स्थायी भाषाई और संज्ञानात्मक संरचनाएं हैं। जटिल प्रणालियों के उपकरणों का उपयोग करते हुए, अध्ययन ने अमूर्त और ठोस श्रेणियों के विशिष्ट नेटवर्क की पहचान की है। इसने दो प्रमुख रूपक प्रक्रियाओं पर भी प्रकाश डाला: ठोस से अमूर्त विषयों तक मैपिंग और ठोस डोमेन के बीच नए मैपिंग का उद्भव।
यह शोध संज्ञानात्मक भाषाविज्ञान, भाषा के दर्शन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ रखता है। संज्ञानात्मक भाषाविज्ञान के क्षेत्र में, जॉर्ज लेकॉफ और मार्क जॉनसन जैसे विद्वानों ने वैचारिक रूपक सिद्धांत (Conceptual Metaphor Theory - CMT) का प्रस्ताव रखा है, जो बताता है कि रूपक केवल भाषा का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि मानव विचार और अनुभूति के मूलभूत पहलू हैं। यह सिद्धांत बताता है कि हम अमूर्त अवधारणाओं को समझने के लिए अक्सर ठोस, अनुभवजन्य डोमेन का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, 'समय धन है' जैसे रूपक, समय की हमारी समझ को पैसे के संदर्भ में ढालते हैं, जिससे हम समय को खर्च करने, बचाने या बर्बाद करने के रूप में देखते हैं। यह अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि रूपक विपरीतता और तनाव से प्रेरित होते हैं, जो पुन: अवधारणा और नई समानताओं की खोज को बढ़ावा देते हैं। AI और ML के क्षेत्र में, AI को अक्सर 'ब्लैक बॉक्स' के रूप में वर्णित किया जाता है, जो इसकी जटिलता और अपारदर्शिता को दर्शाता है। यह रूपक AI की समझ को आकार देता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम इन रूपकों की सीमाओं को समझें, क्योंकि वे वास्तविकता का सरलीकरण कर सकते हैं। AI के क्षेत्र में, रूपक न केवल जटिल अवधारणाओं को समझने में मदद करते हैं, बल्कि वे नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों के लिए एक शक्तिशाली कथा भी प्रदान करते हैं। निष्कर्ष यह है कि रूपक केवल भाषा की सजावट नहीं हैं, बल्कि वे हमारे सोचने, समझने और दुनिया के साथ बातचीत करने के तरीके का एक अभिन्न अंग हैं। मैक्स प्लैंक संस्थान का यह शोध इस बात की पुष्टि करता है कि रूपक हमारे संज्ञानात्मक परिदृश्य को आकार देने में एक स्थायी भूमिका निभाते हैं, जिसका प्रभाव भाषा, दर्शन और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे AI पर भी पड़ता है।