युवा पीढ़ी के लिए रचनात्मकता का स्कूल: टीना अंबानी और शेखर कपूर की पहल

द्वारा संपादित: Anna 🌎 Krasko

टीना अंबानी और शेखर कपूर द्वारा समर्थित स्कूल ऑफ एप्लाइड क्रिएटिविटी, भारत में युवाओं के लिए रचनात्मकता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। आज की युवा पीढ़ी, जिसे अक्सर 'डिजिटल नेटिव' कहा जाता है, नई तकनीकों और विचारों से भरी हुई है। ऐसे में, यह स्कूल उन्हें कला, डिजाइन, मीडिया और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को विकसित करने का एक मंच प्रदान करता है। भारत में, जहां 65% आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है, युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन करना देश के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह स्कूल न केवल रचनात्मक कौशल सिखाएगा, बल्कि उन्हें उद्यमिता और नवाचार के लिए भी प्रेरित करेगा। यह पहल युवाओं को अपनी सांस्कृतिक विरासत को समझने और उसे आधुनिक दृष्टिकोण के साथ जोड़ने में मदद करेगी। भारत सरकार भी युवाओं को कौशल विकास और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित कर रही है, और इस दिशा में कई योजनाएं चला रही है। उदाहरण के लिए, 'स्किल इंडिया मिशन' का उद्देश्य 2022 तक 40 करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षित करना है। इस मिशन के तहत, युवाओं को विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। टीना अंबानी और शेखर कपूर का यह प्रयास युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें देश के विकास में योगदान करने के लिए सशक्त करेगा। यह स्कूल युवाओं को न केवल नौकरी खोजने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें नए व्यवसाय शुरू करने और रोजगार सृजित करने के लिए भी प्रेरित करेगा। इस पहल से भारत में रचनात्मक उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और देश वैश्विक स्तर पर एक मजबूत रचनात्मक शक्ति के रूप में उभरेगा। 2025 में, भारत में युवा आबादी दुनिया में सबसे बड़ी होगी, और उन्हें सही शिक्षा और मार्गदर्शन प्रदान करना देश के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है।

स्रोतों

  • Social News XYZ

  • Harmony Art Foundation

  • Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital

  • Shekhar Kapur Official Website

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