हाल के एक अध्ययन से पता चलता है कि प्रतिदिन 7,000 कदम चलने से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जिससे व्यापक रूप से प्रचारित 10,000-कदम का लक्ष्य अनावश्यक हो सकता है। यह खोज समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के लिए एक अधिक सुलभ लक्ष्य प्रदान करती है।
सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए 57 अध्ययनों के मेटा-विश्लेषण में, जिसमें 160,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल थे, पाया गया कि प्रति दिन 7,000 कदम चलने से उन लोगों की तुलना में सभी कारणों से मृत्यु का खतरा 47% कम हो गया, जो केवल 2,000 कदम चलते थे। इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि इस स्तर की गतिविधि से मनोभ्रंश, अवसाद और हृदय रोगों के खतरे को कम करने में भी लाभ होता है।
शोध इस लंबे समय से चली आ रही धारणा को चुनौती देता है कि इष्टतम स्वास्थ्य के लिए 10,000 कदम आवश्यक हैं। यह लक्ष्य 1960 के दशक में एक जापानी विपणन अभियान से उत्पन्न हुआ था, जिसमें मजबूत वैज्ञानिक समर्थन का अभाव था। अध्ययन में इस बात पर जोर दिया गया है कि दैनिक कदमों में मामूली वृद्धि भी स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
इसके अतिरिक्त, एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि नियमित रूप से चलने से मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। अध्ययन से पता चलता है कि प्रति दिन 7,000 कदम का लक्ष्य समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक अधिक यथार्थवादी और प्रभावी लक्ष्य हो सकता है। यह संशोधित लक्ष्य अधिक लोगों को नियमित शारीरिक गतिविधि में संलग्न होने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है, जिससे स्वस्थ जीवन शैली में योगदान हो सकता है।
इसे केवल एक संख्या के रूप में देखने के बजाय, इसे अपने शरीर के साथ फिर से जुड़ने और गति का आनंद लेने के अवसर के रूप में देखें।