एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि मातृ देखभाल वयस्कता में व्यक्तित्व लक्षणों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है [2, 5]। अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट में प्रकाशित शोध में 2,232 ब्रिटिश जुड़वा बच्चों को जन्म से लेकर 18 वर्ष की आयु तक ट्रैक किया गया, जिसमें यह विश्लेषण किया गया कि मातृ स्नेह प्रमुख व्यक्तित्व लक्षणों के विकास को कैसे प्रभावित करता है [2, 5, 8]।
अध्ययन में बहिर्मुखता, सहमतता, खुलापन, कर्तव्यनिष्ठा और भावनात्मक स्थिरता सहित लक्षणों का आकलन किया गया [4, 5]। शोधकर्ताओं ने माताओं और उनके बच्चों के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग का विश्लेषण करके स्नेह और देखभाल के स्तर का अनुमान लगाया [2, 4] ।
निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि जिन बच्चों को अधिक मातृ स्नेह मिला, उनमें युवा वयस्कों के रूप में खुले, कर्तव्यनिष्ठ और सहमत होने की अधिक संभावना थी [2, 4, 5]। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय की डॉ. जैस्मीन वर्ट्ज के अनुसार, सकारात्मक मातृ स्नेह शिक्षा, कार्य और समग्र कल्याण में सफलता से जुड़े व्यक्तित्व लक्षणों को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण है [2, 7]। ये लक्षण भावी पीढ़ियों को भी प्रभावित कर सकते हैं [2, 4]।