भारत के मेघालय में क्रेम मावजिंगबुइन नामक गुफा में मछली की एक नई प्रजाति, शिस्टुरा डेंसिक्लावा, की खोज की गई है। यह खोज गुवाहाटी विश्वविद्यालय, लेडी कीन कॉलेज और ICAR-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो के प्राणीशास्त्रियों द्वारा की गई थी।
कई भूमिगत रहने वाली प्रजातियों के विपरीत, शिस्टुरा डेंसिक्लावा अपनी दृष्टि और वर्णकता को बरकरार रखती है। इसमें काले बार और पृष्ठीय पंख के पास एक विशिष्ट मोटी पट्टी के साथ एक हल्का पीला-हरा शरीर होता है। मछली गुफा के भीतर ठंडी, तेजी से बहने वाली धाराओं में पनपती है, जहाँ पानी का तापमान कम होता है और ऑक्सीजन का स्तर कम होता है।
नई प्रजाति के बारे में मुख्य विवरण:
स्थान: क्रेम मावजिंगबुइन गुफा, मेघालय, भारत
प्रजाति का नाम: शिस्टुरा डेंसिक्लावा (लैटिन में अर्थ "घनी पट्टी")
विशिष्ट विशेषताएं: दृष्टि, वर्णकता, पृष्ठीय पंख के पास मोटी पट्टी
आवास: गुफा के अंदर ठंडी, तेजी से बहने वाली धाराएँ
आहार: कोपेपोड, छोटे झींगे, कीट के टुकड़े और चमगादड़ का मल
यह खोज मेघालय के भूमिगत पारिस्थितिक तंत्र की समृद्ध, अप्रयुक्त जैव विविधता पर प्रकाश डालती है। शोधकर्ताओं ने उल्लेख किया कि गुफा के पारिस्थितिक अलगाव ने प्रजातियों की रक्षा की है, लेकिन इसे घुसपैठ के प्रति संवेदनशील भी बनाता है।