वैज्ञानिकों ने एक नई, सुई-मुक्त फ्लू वैक्सीन वितरण विधि विकसित की है, जिसमें डेंटल फ्लॉस का उपयोग किया जाता है। इस विधि में, डेंटल फ्लॉस को निष्क्रिय फ्लू वायरस से कोट किया जाता है और चूहों के दांतों के बीच की जगह में फ्लॉस किया जाता है, जिससे मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है।
इस अध्ययन में, चूहों को डेंटल फ्लॉस के माध्यम से फ्लू वैक्सीन दिया गया, जिससे उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली सक्रिय हुई और वे फ्लू वायरस के संपर्क में आने पर सुरक्षित रहे। यह विधि पारंपरिक सुई-आधारित टीकाकरण की तुलना में अधिक सुविधाजनक और दर्द रहित हो सकती है।
मानवों में इस विधि की प्रभावशीलता की जांच के लिए, 27 स्वस्थ वयस्कों पर परीक्षण किया गया। परिणामों से पता चला कि डेंटल पिक्स के माध्यम से गम लाइन तक वैक्सीन पहुंचाना संभव है, हालांकि इस प्रक्रिया को और अधिक सटीक बनाने के लिए अतिरिक्त शोध की आवश्यकता है।
यह खोज टीकाकरण के लिए एक नई दिशा प्रस्तुत करती है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभदायक हो सकती है जो सुई से डरते हैं या जिनके लिए पारंपरिक टीकाकरण कठिन है।