राजस्थान में मानसून: अत्यधिक वर्षा के प्रभाव और अवसर
द्वारा संपादित: Tetiana Martynovska 17
राजस्थान में मानसून के दौरान असाधारण वर्षा ने राज्य के जल संसाधनों में महत्वपूर्ण वृद्धि की है।
मई 2023 में, राज्य ने 62.4 मिमी वर्षा दर्ज की, जो औसत से 458% अधिक थी।
जून 2023 में, राज्य ने 156.9 मिमी वर्षा प्राप्त की, जो औसत से 185% अधिक थी।
जुलाई 2023 में, राज्य ने 270 मिमी वर्षा दर्ज की, जो औसत से 67% अधिक थी।
इस अत्यधिक वर्षा के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हुईं, जिससे बुनियादी ढांचे और कृषि पर प्रभाव पड़ा।
हालाँकि, इस वर्षा ने जलाशयों और जल स्रोतों के स्तर में वृद्धि की है, जो भविष्य में जल आपूर्ति के लिए लाभदायक हो सकता है।
स्थानीय समुदायों के लिए यह अवसर है कि वे जल प्रबंधन की नई विधियों को अपनाकर भविष्य की जलवायु परिवर्तन चुनौतियों के लिए तैयार हों।
सरकार और संबंधित एजेंसियाँ राहत और पुनर्निर्माण कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जीवन को सामान्य किया जा सके।
इस प्रकार, अत्यधिक वर्षा को एक चुनौती के रूप में देखते हुए, इसे जल संसाधनों के प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीलता बढ़ाने के अवसर के रूप में भी देखा जा सकता है।
स्रोतों
Devdiscourse
India's monsoon set to cover entire country over a week early
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