बिटकॉइन ने हाल ही में $112,000 के ऐतिहासिक स्तर को पार किया है, जिससे वैश्विक क्रिप्टो बाजार में हलचल मच गई है।
भारत में, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या 2023 में 19 मिलियन से अधिक थी, जिनमें से लगभग 75% निवेशक 18 से 35 वर्ष की आयु के थे।
दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जैसे प्रमुख महानगरों में क्रिप्टो निवेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा केंद्रित है, जो इन शहरों में युवा निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है।
हालांकि, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी के संभावित खतरों के बारे में चेतावनी दी है, विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए।
सरकार क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए कानून पेश करने की तैयारी कर रही है, ताकि निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस बीच, भारतीय युवा तकनीकी रूप से दक्ष हैं और डिजिटल भुगतान से परिचित हैं, जिससे वे क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने के लिए तैयार हैं।
हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के साथ जोखिम भी जुड़े हैं। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार की अस्थिरता को समझना चाहिए।
कुल मिलाकर, बिटकॉइन की नई ऊंचाई भारत के युवा निवेशकों के लिए एक अवसर प्रस्तुत करती है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिमों को भी ध्यान में रखना आवश्यक है।